जरूरी नहीं जिनके बारे में आप सोचते हो वो भी आपके बारे में सोचे।
तो जो तुम्हारे साथ अच्छा करता है उसके साथ 10 गुना अच्छा करो।
और जो तुम्हारे साथ बुरा करता है उसके साथ 10 गुना बुरा करो।
चालाक लोगों के साथ महा चालाक बनों।
मतलबी लोगों के साथ महा मतलबी।
जरूरी नहीं जिनके बारे में आप सोचते हो वो भी आपके बारे में सोचे।
तो जो तुम्हारे साथ अच्छा करता है उसके साथ 10 गुना अच्छा करो।
और जो तुम्हारे साथ बुरा करता है उसके साथ 10 गुना बुरा करो।
चालाक लोगों के साथ महा चालाक बनों।
मतलबी लोगों के साथ महा मतलबी।
क्यों मनाऊ मैं होली,
मेरे हर अंग में तू है समाया।
कैसे मनाऊ मैं होली,
मुझपर तेरे रंग का चढ़ा है साया।
कहाँ मनाऊ मैं होली,
तूने मुझको हर जगह अपना रूप है दिखाया।
कब मनाऊ मैं होली,
तूने हर क्षण में प्रेम का खेल है खिलाया।